✍️नितिन योगी की कलम से
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विदिशा/गंजबासौदाy गंजबासौदा से 10 किमी की दूरी पर बना प्राचीन उज्जैन महाकाल मंदिर के जैसे उदयपुर में बने महाकाल मंदिर की.. जिसे मध्यप्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गंजबासौदा की नई गल्ला मंडी में भाषण देते हुए कॉरिडोर बनाने की घोषणा करने के बाद निरंतर उदयपुर चर्चा में है! पर्यटन के नक्शे से उदयपुर अभी तक पिछड़ा हुआ है!अखबारों, मीडिया,चैनलों में प्रमुखता से खबरें दिखाने के बाद उदयपुर की तस्वीर बदलती नजर आ रही है!राइट पथ डिजिटल के पाठको को बता दें की प्राचीन नगरी उदयपुर के प्रसिद्ध नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि :- एक रात में में अचानक बना 11बी शताब्दी का प्रसिद्ध एवं प्राचीन नगर उदयपुर का मंदिर..बताया जाता है की यह मंदिर जिसने बनाया वह मजदूर महाकाल भक्त अभी भी वहीं बैठा नजर आता है। पुरानी मान्यताओं के अनुशार कहा जाता है की सूरज की किरण उस बनाने वाले पर पड़ गई इस वजह से वह मजदूर महाकाल भक्त नीचे ना उतर सका। ओर पत्थर का बनकर आरएच गया। जो आज भी वहीं बैठा नजर आता है।
उदयपुर को एक बाईपास की आवश्यकता है..इसी के साथ व्यवस्थित धर्मशाला भी यहां पर बनाई जाए! ताकि बाहर से आने वाले दर्शनार्थी एवं पर्यटकों को परेशानी का सामना ना करना पड़े! क्योंकि शिवरात्रि पर मेला लगने के कारण रास्ता बंद हो जाता है। और आसपास सैकड़ों ग्रामों के ग्रामीण परेशान होते नजर आते हैं! उन्होंने आशा जताई है कि कॉरिडोर की घोषणा होने के बाद उदयपुर का विकास होगा। और पर्यटन की दृष्टि से उदयपुर का नाम मध्यप्रदेश में होगा! मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका को मानते हुए मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा की ओर से मीडिया कर्मियों, पत्रकारों के सम्मान में सहभोज का आयोजन भी किया! जिसमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संघ इसके अलावा कई संघ के सभी लोग पहुंचे! इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संघ के सभी सदस्यों ने बाबा नीलकंठेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना कर दर्शन किए! मंदिर समिति द्वारा मीडियाकर्मी,पत्रकारों को धन्यवाद दिया गया!
डिजिटल राइट पथ से नितिन योगी, जिला ब्यूरो विदिशा(मध्यप्रदेश)