एजेंसी /रापप्र/ जैसे ही मिश्र /ईजिप्ट/ की सीमा को राहत सामाग्री के लिये खोला गया तो मिश्र के वो जियाले मुसलमान जो $िफलिस्तीनी मुसलमानों पर हो रहे यहूदियों इतज़राईल के जब्ररन $कब्ज़े और ज़ुल्मोसितम के $िखला$फ $िफलिस्तीनी भाईयों की मदद करना चाहते थे , आव देखा न ताव लगा दिया जि़ंदगी का दांव और दौड़ पड़े अपने कंधों पर राहत सामाग्री ,राशन पानी लेकर मज़लूम उन $िफलिस्तीनियों की तर$फ जो अपनों की जानें जाने से $गमज़दा,भूखे,प्यासे, बेहाल बे यारो मददगार ये दुआएँ कर रहे थे कि ऐ अल्लाह ।़ तू हमारी मदद कर दे। हमारे लिए तेरी ही मदद का$फी है , और हमें बातिल के मु$काबले में साबित $कदम जमाए रख और बुझदिली और डर हमारे सीनों से निकाल दे ताके हम तेरे बैतुलमु$कद्दस और मस्जिदे अक्सा की हि$फाज़त के लिये लड़ सकें और उसके $फलस्तीन पर किये गये जबरन $कब्ज़े को हटा सकें। ऐ अल्लाह तू का़दिर है हर चीज़ पर और हमें यक़ीन है तेरी मदद ज़रूर आएगी,और $ तेरी मदद से $फतह बहुत $करीब है।
मिश्र के लोगों को जिस तरह बिना जान की परवाह किये मज़लूम $फलस्तीनियों की मदद की तर$फ लपकते देखा जा रहा है , हमें अल्लाह का कलाम /$कुरआने पाक/ का वो हिस्सा याद आ रहा है जिसमें अल्लाह तबारक व तअ़ाला ने $फरमाया:-इन तन्सुरूल्लाहा यनसुरकुम , व युसब्बित अ$कदामकुम।
तर्जुमानी:-तुम अल्लाह /के दीन/ की मदद करोगे वो तुम्हारी मदद करेगा और तुम्हारे $कदमों को अच्छी तरह जमा देगा।़।़
गाजा बॉर्डर पर इजरायल फेंसिंग को रौदं कर पड़ोसी देश मिस्र के मुसलमान अपनी पीठ पर पानी की बोतलें ,राशन लाद कर गाज़ा शहर की तरफ बढ़ रहे हैं हमारी जाने कुर्बान इस दिल दहला देने वाले मंजर पर–
गाजा बॉर्डर पर इजरायल फेंसिंग को रौदं कर
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