ये हकीकत है कि येरूशलम में मस्जिदेअक़्सा मुसलमानों का मुकाम ए मुकद्दस है और ये भी स”ााई है के फलस्तीन अरबों की ज़मीन है, ….ये तय है कि मुसलमानों की यहूदियों से बड़ी और फै़सलाकुन जंग होना है जिसमें यहूदी चुन-चुनकर मार दिये जाएँगे क्योंकि ये बात बुखाऱी शरीफ में हज़रत मुहम्मद स्वअव. ने 1400 साल पहले ही कह दी थी। अभी यहूदियों का गाज़ा पर गज़ब ढाना उनका अपनी तबाही को बुलाना है,यक़ीनन आ$िखर में ज़ालिम यहूदी मार दिये जाएँगे ,मुसलमान और इस्लाम ही गालिब रहेगा।
जॉर्ज बुश ने कहा था, हम तालिबान को चुटकियों में मसल देंगे और 20 साल बाद दुनिया ने देखा कि अमेरिकी सेना अपने हेलीकॉप्टरों और हथियारों को छोडक़र कैसे अफग़ानिस्तान से भागी थी।
पुतिन सीना ठोक रहे थे, कि यूक्रेन को दो दिनों में धूल चटा देंगे… आज 20 महीने हो चुके हैं।
अब नेतन्याहू कह रहे हैं, कि गाज़ा पट्टी को जमीन में दफऩा देंगे… इंशाअल्लाह नेतन्याहू का घमंड तो टूट ही गया और इंशाअल्लाह उसे शिकस्त भी मिलेगी।़ …….ये तो फै़सलाकुन जंग की शुरूआत है।
*फिलिस्तीन * को बर्बाद करा दिया?या ये फ़ैसलाकुन जंग की शुरूआत है
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