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प्रिंटिंग प्रेस के आने बाद से अब तक सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली मक़बूल तरीन कि़ताबों में *क़ुरआन* लगातार सरे फेहरिस्त है
सबसे ज़्यादा बिकने वाली कि़ताबों में *क़ुरआन* लगातार सरे फेहरिस्त है
- *क़ुरआन* ( 800 मिलियन ) सबसे अधिक भाषाओं में ट्रांसलेट
- माओ तुसे तुंग ( 790 मिलियन) 3. बाइबल ( 5 बिलियन कॉपीज़ )
आगे लार्ड ऑफ द रिंग्स , हैरी पॉटर सीरीज़ द्गह्लष् क्रमश: हैं समाज पर सबसे ज़्यादा प्रभाव छोडऩे वाली किताबें - -1.क़ुरआन
- -2.बाइबल
- -3.तोरैत (ह्लशह्म्ड्ड)
- -4.मृतकों की तिब्बी किताब
- एनालेक्ट्स बाई कन्फ्यूशियस ( 2000 सालोँ से चीन में कन्फ्यूशियस के विचारों पर अध्ययन , कला और संस्कृति पर इस किताब का खासा प्रभाव है )
- कथित तौर पर सबसे प्राचीन धर्म के मानने वालों ने अपने किसी वेद , ग्रन्थ ( भगवदगीता , रामायण , रामचरितमानस ) किसी धार्मिक किताब को खरीदने या पढऩे या नैतिक शिक्षा लेने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई …..
- वल्र्ड लेवल तो छोडि़ए , इंडिया की मोस्ट सेलिंग और मोस्ट रीडिंग बुक्स में अंडर 5 में एक भी धार्मिक ग्रन्थ , वेद डिजरविंग नहीं है
समझा जा सकता है कि कर्म कांड का पूरा बोझ तथाकथित अंधभक्तों सर क्यों है
अंधविश्वास , आश्रम , गुफाएं , डीजे , उन्माद ……और दूसरे धर्म और देशवासियों से नफरत कैसे धर्म का हिस्सा बन चुके हैं ।