न्यूज बाय/आजम लाला/स्वराज्य अभियान
Kumbhraj:शिव पूरी से एक ट्रक गाय को लेकर इंदौर के बूचड़ खाने ले जा रहा था
गो रक्षक दल को खबर मिली
उनका माता प्रेम जागा वो फोरन सतर्क हुए
और ट्रक को पकड़ लिया
गुस्से से तिलमिलाई आंखे जुबान पर कड़वी बाते एक शोर एक हंगामा डंडे फरसी चाकू सब मोन हो गए जेसे ही ट्रक ड्राइवर किलिनर का नाम पूछा
महेश और शिव नाम सुनते ही
गो रक्षक की दरिया दिली सामने आ गई
सारी गाय को ट्रक से उतारा और सविधान के बनाए कानून का पालन किया
न कोई हंगामा न डंडे न निर्वस्त्र न हत्या न मार पीट न बुलडोजर की आवाज
आस्था के नाम पर सेकडो जाने लेने वाले
सड़क पर उत्पात मचाने वाले आखिर इनकी आस्था सिर्फ एक समुदाय को देख कर ही क्यों जाग्रत होती है
देशभक्ति भी खास टाइम खास लोगो के सामने ही जाग्रत होती है
यही कमाल की बात है इस देश की
यह सिर्फ धर्म के नाम का धंधा किया जाता है
सच्चे धर्म मानने वाले की आस्था हर वक्त चोटिल होती है
चाहे उस आस्था को अपने ही चोट पहुंचाए या गैर पहुंचाए
जिनकी आस्था सिर्फ कपड़े और वर्ग देख कर चोटिल होती है ऐसे धार्मिक होने का पाखंड करते है
गलत कृत्य तो गलत होता है उसके खिलाफ सबको एक होकर आना चाहिए
मगर दोहरी मानसिकता वर्ग देखकर अपनाना
आस्था के नाम पर सिर्फ पाखंड ही हो सकता है
ऐसा नहीं है की सच्ची आस्था रखने वाले लोग नही है उनकी आस्था को चोट भी पहुंचती है उन्हे तकलीफ भी होती है
वो लोग उस वक्त भी अपनी आस्था के अनुरूप न्याय का उद्धरण देते है
सविधान के साथ कानून की हद में
उन्हे सजा देते है
जेसे रमेश और शिव को दी गई
ये नही कह सकते की रमेश और शिव को देख कर सच्ची आस्था जागी या वह दिखावे की आस्था वाले को खबर ही नहीं मिली की
अपना हिदू भाई पूरा ट्रक गाय का बूचड़ खाने लेकर जा रहा है
न्यूज बाय
आजम लाला
स्वराज्य अभियान